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Putting Children First. Preparing Children For Success In Life

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दर्द में दर्द, कमर दर्द, यों पाएं निजात


सिरोही। कमर का दर्द एक ऐसा दर्द है कि वह असहनीय होने के साथ ही बैचेनी पैदा कर देता है। सरवाइकल पेन तो आम तौर पर कई लोगों को चपेट में ले चुका है। 

वैसे तो कमर दर्द के कई कारण होते है,लेकिन अधिकांशतया गलत अवस्था में बैठकर कंप्यूटर पर कार्य करना, कमर में मोच या तनाव , ज्यादा समय काम करना या खड़े रहना, भारी बोझ उठाना या आगे झुककर लंबे समय तक काम करना इत्यादि होते है।  महिलाओं में गर्भाशय का संक्रमण पेडू और कमरदर्द का अक्सर कारण होता है।  बुढापे में हड्डियों में केल्शियम रिसने से हड्डियां दुबली होने से कमर दर्द होता है। कमरदर्द के सबसे महत्त्वपूर्ण कारण रीढ से या मेरुदंड से जुडे होते है। मेरुदंड स्थित कशेरूका और उसके बीच का चक्र घिसकर और दब कर तंत्रिकाओं पर दुष्प्रभाव होता है। तंत्रिका पर दबाव आनेसे कमरदर्द सामान्यत दाये या बाये तरफ होता है जिसको सायटिका भी कहते है। सायटिका के कारण बैठना, उठना या चलना मुश्किल होता है। खॉसी, छींक या जोरसे हंसने से जादा दर्द बढता है। पीठ और गर्दन आगे झुकाने पर जादा दर्द होता है। तंत्रिका प्रभावित होने से मांसपेशियां कमजोर होती है। मेरुदंड से जुडा कमरदर्द न हो तब आराम, एकाध दर्दनाशक दवा या मरहम से इलाज पर्याप्त है। लेकिन दर्द ठीक होने के लिए हप्ताभर ही समय लग सकता है । दर्दनाशक दवा खाली पेट नहीं देना चाहिये। हलके तेल मालिश के प्रयोग से अच्छा लगता है लेकिन इसमे ज्यादती न करे। आयुर्वेद के अनुसार कुछ औषधीयुक्त तेल विशेष उपयुक्त है। होमियोपैथिक में कुछ दवाएं असरदार है जैसे की अर्निका। कमरदर्द शारीरिक हलचल सें अभी हुआ हो तो बरफ से सेंकना हितकारी होता है। लेकिन ये उपाय कुछ मिनिटों में करना चाहिये। अगर 1-2 दिन पुराना दर्द हो तो गरम सैंकने से अच्छा लगता है। बरफ से सेंकनेसे खून का प्रवाह कम होता है और गरम सेंकने से बढता है। कमरदर्द के लिये कुछ शिथिलीकरण आसन उपयुक्त है। इसमें से एक इस प्रकार है। जमीनपर अपने पीठ के बल लेटकर दोनो पिंडलियॉं कुर्सी पर रखे। शरीर से इस स्थिति में पीठ और जॉंघे 90 डिग्री के कोन में होते है। अब इसी स्थिति में कमर, पीठ और पैर तनाव रहित शिथिल करके दीर्घ श्वसन करे। पीठ पर और एक क्रिया इस प्रकार है। लेटे हुए दोनो पैर पेट से लिपटे और पीठ ढीली रखे। पृष्ठासन में पीठ पर लेटे लेटे घुटने पेट से लिपटकर दोनो हाथों से कसे। इससे काफी कुछ आराम मिलेगा। कई बार पेट में बनने वाली गैस भी कमर दर्द को जन्म दे देती है। 



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