Ticker

6/recent/ticker-posts

Putting Children First. Preparing Children For Success In Life

Putting Children First. Preparing Children For Success In Life

शिशुओं में दस्त की समस्या, यों करें निदान


आमतौर पर बच्चों में लूज मोशन यानि दस्त की समस्या भी अक्सर देखने को मिलती है। शौच पानी की तरह पतला और बदबू दार होगा। लगातार दस्त के कारण बच्चे अक्सर चिड़चिड़े हो जाते है। वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण ही दस्त का मुख्य कारण है। दो साल से कम उम्र के बच्चें अक्सर रोटावायरस के शिकार होते हैं जो दस्त का कारण बनता है। किसी भी तरह की एंटीबायोटिक दवाई पेट के अच्छे जीवाणु को भी मार सकती हैं और इससे लूज मोशन हो सकता है। यदि आसपास का वातावरण अशुद्ध है और बच्चा रेंग रहा है या अपने मुंह में खिलौने या अन्य चीजें डाल रहा है, तो इससे उसका पेट खराब हो सकता है।

घरेलु नुस्खे जो दस्त के समय लाभकारी हो सकते है 

बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की अपेक्षा कम होती है। दस्त के इलाज के लिए कई  प्राकृतिक उपचार मौजूद है। कुछ प्राकृतिक उपचार जो सहायक सिद्ध होते है जिनमें ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ओ.आर.एस.)

2 महीने के बच्चे में लूज मोशन का इलाज करने के लिए यह एक बहुत पुराना घरेलू नुस्खा है। आप इसे घर पर भी बना सकते हैं। एक लीटर फिल्टर किया गया पानी उबालें और इसे ठंडा होने दें। पानी में छह चम्मच चीनी और आधा चम्मच नमक डालें और इसे तब तक मिलाएं जब तक यह पूरी तरह से घुल न जाए। बच्चे को निर्जलीकरण से बचाने के लिए और बह गए नमक और पानी की क्षतिपूर्ति के लिए नियमित अंतराल पर बच्चे को ओ.आर.एस. देते रहें। खोए हुए पानी और नमक की क्षतिपूर्ति के लिए चावल का पानी देना भी एक उत्तम उपचार है। इसी प्रकार केला भी उपयोगी है। दस्त के कारण, बच्चे बहुत अधिक पोटैशियम खो देते हैं, और इसकी कमी को पूरा करना आवश्यक है। केले में पोटेशियम, जिंक, आयरन, कैल्शियम, मैग्नेशियम और विटामिन ए और विटामिन बी.6 होते हैं। चूंकि दस्त बच्चे को दुर्बल कर देता है, केला एक अदभुत शक्ति स्त्रोत साबित होता है। अदरक पाचन तंत्र के लिए अच्छा है और दस्त के लिए एक प्रभावशाली इलाज है। एक चम्मच अदरक, थोड़ी दालचीनी पाउडर, थोड़ा जीरा पाउडर और एक चम्मच शहद मिलाएं। इस मिश्रण को अपने बच्चे को दिन में तीन बार दें।  सेब पेक्टिन से भरपूर होते हैं जो आपके बच्चे की पाचन क्रिया स्थिर करने में मदद करते हैं। एक सेब धोएं, इसे पानी में उबालें और इसकी प्यूरी बनाएं ताकि यह नरम हो और पाचन के लिए आसान। यह न केवल दस्त को नियंत्रित करेगा, बल्कि आपके बच्चे को शक्ति भी प्रदान करेगा, जो उसके लिए जरूरी है। मसूर दाल का सूप

दस्त होने पर आपका बच्चा कुछ भी खाने से इनकार करेगा। लेकिन उसे अपनी शक्ति बनाए रखना जरूरी है, और इसके लिए मसूर दाल का सूप मदद कर सकता है। यह उत्कृष्ट पदार्थ प्रोटीन और शक्ति से भरपूर होता है, जो इसे स्वास्थ्य के लिए उत्तम और पाचन के लिए आसान बनाता है। एक कप दाल लें, इसे पानी में उबालें और फिर ठंडा होने दें। कुछ समय बाद दाल नीचे बैठ जाएगी। इसमें से पानी अलग कर लें और अपने बच्चे को दें। इसे थोड़ा स्वादिष्ट बनाने के लिए, इसमें एक चुटकी नमक मिलाएं। घर की बनी छाछ कीटाणुओं और जीवाणुओं से लडऩे में प्रभावशाली होती है। यह पाचन क्रिया को जल्दी स्थिर करता है और स्वादिष्ट भी होता है। इसमें नमक और काली मिर्च मिलाकर अपने बच्चे को दें। यह 8 महीने से अधिक उम्र के बच्चों को देने की सलाह दी जाती है। नारियल पानी से जुड़े कई स्वास्थ्य लाभ के अलावा, नारियल पानी एक ऐसा  द्रव्य है जो आपके बच्चे को दस्त से उभरने में बहुत मदद करेगा। यह न केवल स्वाद में अच्छा है, बल्कि यह शरीर से खोए हुए द्रव्यों को पुन: प्राप्त करने में भी मदद करता है। एक दिन में कम से कम 2-3 बार अपने बच्चे को नारियल पानी दें। दही बच्चे के पाचन तंत्र के अच्छे कीटाणुओं को वापस बढने में मदद करता है। आपके बच्चे को दस्त होने पर इसे सबसे अधिक अनुकूल पदार्थ माना जाता है। घर की बनी लस्सी और छाछ (बिना चीनी के) में भी प्रोबायोटिक्स होते हैं, इसलिए इसे अपने बच्चे को बेझिझक दें। गाजर का रस भी बहुत महत्वपूर्ण है। जब आपके बच्चे को दस्त होता है, तब उसे अपनी खोई हुई शक्ति की पुन:पूर्ति की आवश्यकता होती है । ऐसे समय में गाजर एक उत्कृष्ट शक्ति का स्त्रोत माना जाता है। गाजर का रस या प्यूरी दिन में दो–तीन बार दिया जा सकता है। यदि आपका बच्चा 1 साल की उम्र से ऊपर है, तो गाजर का रस उसके लिए एकदम योग्य है। स्टार्च से भरपूर पदार्थ यदि आपने आपके छोटे बच्चे को हाल ही में अर्द्ध ठोस या ठोस भोजन देना शुरू किया हैं, तो आप उसे आलू और चावल से बने स्टार्चयुक्त खाद्य पदार्थ दें सकते हैं। आलू में बड़ी मात्रा में स्टार्च होता है जो शिशुओं को दस्त से जल्दी उभरने में मदद करता है। एक आलू उबालें, इसे तब तक मैश करें जब तक यह एक सामान न हो जाए, और इसमें एक चुटकी नमक डालें। गैस के निर्माण को टालने के लिए आप भुने हुए जीरे का पाउडर भी डाल सकते हैं। यह आलू का मिश्रण हर दिन एक बार खिलाया जा सकता है। नींबू यादातर घरों में पाया जाता है और बच्चों में दस्त के इलाज के लिए एक बेहतरीन घरेलू उपाय है। पुदीना के पत्ते जीवाणुनाशक गुणों से भरपूर होते हैं। वे पाचन को विनियमित करने में मदद करते हैं और इसलिए बच्चों और बड़े लोगों में दस्त का इलाज करने के लिए इसका उपयोग करने की सलाह दी जाती है। पुदीने की पत्तियों का एक गुच्छा आपको एक चम्मच पुदीने का रस देगा। इसमें एक चम्मच शहद डालें और थोडा सा नींबू का रस भी। इस मिश्रण को अपने बच्चे को देने से पहले अच्छी तरह से मिलाएं। आप इस रस को अपने बच्चे को दिन में 2 से 3 बार दे सकते हैं। 2 साल से कम उम्र के शिशुओं के लिए इसका उपयोग न करें। जायफल

यह प्रभावशाली घरेलू नुस्खा शिशुओं में दस्त के पुनरावर्ती को रोकने के लिए जाना जाता है। आप जायफल पाउडर और पानी को मिलाकर एक पेस्ट बना सकते हैं और इसे अपने बच्चे को दे सकते हैं। अरारोट पाउडर

मूल रूप से, अरारोट पाउडर स्टार्च का एक और रूप है जो बच्चों में दस्त को रोकने के लिए एक अच्छा पूरक है। इसमें कोई एलर्जी पैदा करने वाला तत्व न होने के कारण, यह आपके शिशु के पेट को आराम पहुंचाने में मदद करेगा। एक साल से कम उम्र के शिशुओं पर घरेलू इलाज करने से पहले डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। आप अपने बच्चे के आहार में द्रव्य पदार्थों की मात्रा बढ़ा सकते हैं। यदि दस्त के साथ कोई अन्य लक्षण दिखाई देते हैं और घरेलू उपचार प्रभावशाली नहीं हैं, तो तुरंत शिशुरोग विशेषज्ञ की सलाह लें ।

Post a Comment

0 Comments